वो ख्वाब फिर ,
अधूरे रह गए !!
सोचा था,
वो आयेंगे ,
राह पे उनकी ,
हम चाँद-तारें बिछायेंगे ,
फूलों से उनकी ,
सेज को सजायेंगे ,
वो न आये ,
इंतज़ार हम करते रह गए !!
दिल के ज़ज्बात ,
दिल में ही रह गए !!
वो ख्वाब फिर,
अधूरे रह गुए !!
सोचा था,
वो आयेंगे ,
ढेर सारे पल ,
साथ बिताएंगे ,
उन पर हम अपनी ,
जान लुटाएंगे ,
वो न आये ,
हसरतों को हमारी,
वो रुसवा कर गए !!
न जाने वो ,
कहाँ खो गए !!
वो ख्वाब फिर ,
अधूरे रह गए !!
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