ये डिग्री भी लेलो , ये नौकरी भी लेलो ,
भले छीन लो मुझ से मेरी जवानी ,
मगर मुझ को लौटा दो , वो स्कूल की कैंटीन ,
वो ब्रेक-टाइम, वो छुट्टी, वो दोस्ती, वो यारी,
कड़ी ठण्ड में , अपने घर से निकलना,
ट्यूशन्स की खातिर शहर में भटकना,
वो स्कूल में दोस्तों की खिल्ली उड़ाना,
टीचर्स को चिड़ाना,वो एरोप्लेन्स उड़ाना,
वो एग्जाम्स की रातों का जगना-जगाना ,
बीमारी की अप्पलीकेशन में झूठा बहाना,
वो पेपर्स की कहानी, प्रेकटीकल्स का किस्सा ,
वो माँ की दुआएं , टीचर्स का भरोसा,
यारों के साथ वो लम्बी सी रातें,
वो दोस्तों से कैंटीन में प्यारी सी बातें,
वो हर एक दिन का लड़ना झगड़ना,
आपस में यूँही हमेशा का अकड़ना,
भुला नहीं सकता है कोई ,
वो स्कूल,वो टीचर्स,वो शरारतें,वो कहानी.