गाडी अपनी पूरी रफ़्तार से दौड़ रही थी . सुबह का समय था . कुछ यात्री सो रहे थे . कुछ पेपर पढ़ने में मशगूल थे . कुछ आपस में बातें कर रहे थे . कुछ शांत बैठे बाहर का नज़ारा ले रहे थे .
तभी दरवाजे के पास से शोर उठा . सभी का ध्यान उस ओर गया . कौतुहलवश मै भी उस तरफ गया . देखा तो एक पुलिसवाला एक मूंगफल्ली बेचने वाले को पीट रहा था .
"क्यों बे साले , ट्रेन में मूंगफल्ली बेचता है , जानता नहीं कि ट्रेन में मूंगफल्ली बेचना जुर्म है , चल , आज तेरे को जेल की हवा खिलाता हूँ . दो दिन जेल में रहेगा तो सारी अक्ल ठिकाने आ जाएगी ."
"अरे साब ,माफ़ कर दो साब........गलती हो गयी साब...........छोड़ दो साब..........जाने दो साब.........आगे से नहीं बेचूंगा साब............"
पुलिसवाला उसे मारते जा रहा था साथ में गाली भी देता जा रहा थे . तभी गाड़ी अगले स्टेशन पर रुकी . पुलिसवाला उसे लेकर वहां उतर गया .
कुछ देर बाद गाड़ी फिर चलने लगी . सभी फिर अपने में मगन हो गए .करीब पंद्रह मिनट बाद मेरे कानों आवाज आई .
"मूंगफल्ली ले लो ........टाइम-पास मूंगफल्ली ..............५-५ रुपये में ..........टाइम-पास मूंगफल्ली............."
मैंने सामने देखा तो वही व्यक्ति था जिसे पुलिसवाला पकड़ कर ले गया था . मुझे आश्चर्य हुआ . मैंने उसे पास बुलाया और पुछा,"तुम्हें तो पुलिसवाला पकड़ कर ले गया था . फिर कैसे छुट गए ,"
"अरे साब , ये तो रोज़ की बात है , वो क्या है कि आज पुलिसवाले को पैसे नहीं पहुंचा पाया था न , इसलिए पकड़ा था , दस का नोट उसकी जेब में डाला तब जाके कहीं छोड़ा है ....................मूंगफल्ली ले लो ........टाइम-पास मूंगफल्ली ..............५-५ रुपये में ..........टाइम-पास मूंगफल्ली............."