जब हम मुस्कुराते हैं ,
तो वो नज़रें चुराते हैं !
उनकी इस अदा को हम ,
समझ नहीं पाते हैं !
कोशिश तो बहुत करते हैं ,
पर उन्हें मना नहीं पाते हैं !
फुरसत के पलों में वो ,
बहुत याद आते हैं !
उनसे मुलाकात के तरीके ,
हम ढूंढते रह जाते हैं !
उनकी याद में हम जो ,
गीत लिखते जाते हैं !
सुनाना उन्हें चाहते हैं पर ,
खुद ही गुनगुनाने लग जाते हैं !
उनकी याद में हम ,
रात-रात भर जागते हैं !
कैसे उन्हें आपना बनाएं ,
यही सोचते रह जाते हैं !
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