मेरे बारे में

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The only thing I really wish to do with my life is to inspire someone. I want to touch someone’s life so much that they can genuinely say that if they have never met me then they wouldn’t be the person they are today. I want to save someone; save them from this cold, dark and lonely world. I wish to be someone’s hero, someone that people look up to. I only wish to make a change, even if it’s a small one. I just want to do more than exist.

गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

हाथ की लकीरों में तक़दीर दूँढता हूँ

चिरागों  से  रोशनी  का  पता  पूछता हूँ ,
समंदर  से  तूफान  का  पता  पूछता  हूँ !

मुसाफिर  हूँ  एक ,  भटका  हुआ  यारों ,
परछाइयों से खुद अपना पता  पूछता हूँ !

मैं , मेरी  तन्हाई  और  ये  बेखबर  जिंदगी ,
फुरसत के इन पलों में,एक ग़ज़ल  दूँढता हूँ !

कौन अजनबी था, जिसने मेरा कत्ल किया ,
खंजर से उस  कातिल  का   पता पूछता हूँ !

खोये-खोये  से  क्यों ,लग  रहे  हैं  वो आज ,
खामोश  चहरे पे उनके  एक हंसी  दूँढता हूँ !

फिजाओं  में  छाई  है , ये  कैसी  विरानियाँ ,
पतझड़  में   बहारों   का   पता  पूछता  हूँ  !

जाने क्या लिखा है ,विजय की किस्मत में यारों ,
इस  हाथ  की  लकीरों  में,  तक़दीर  दूँढता  हूँ !

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