मेरे बारे में

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The only thing I really wish to do with my life is to inspire someone. I want to touch someone’s life so much that they can genuinely say that if they have never met me then they wouldn’t be the person they are today. I want to save someone; save them from this cold, dark and lonely world. I wish to be someone’s hero, someone that people look up to. I only wish to make a change, even if it’s a small one. I just want to do more than exist.

रविवार, 12 दिसंबर 2010

ये पत्थरों का शहर है

क़त्ल  कर  दे  निगाहों  से , ऐसा  कातिल  नहीं  मिलता ,
जो बदल दे तुफानो का रास्ता , ऐसा साहिल नहीं मिलता !

ये  पत्थरों  का  शहर है  ,पत्थर दिल  हैं  लोग ,
ठोकरों  के  सिवा  यहाँ  कुछ  नहीं  मिलता !

मंजिल की तलाश में चलते चले जाते हैं लोग,
रास्ते गुम हो जाते  हैं, कारवां  नहीं  मिलता !

गैर  तो  फिर भी गैर  हैं , उनसे  क्या  शिकवा  करें ,
यहाँ अपने बदल जाते हैं, कोई सहारा नहीं मिलता !

उसने  साथ  छोड़ा ,  मुझे  बेवफा  समझकर ,
बेगानों की बस्ती में, अब हमदर्द नहीं मिलता!

मिलते  तो  कई  लोग  हैं ,  राहों  में  गुजरते  हुए ,
जो मंजिल तक साथ चले,ऐसा हमसफ़र नहीं मिलता !

अब  तो  ये  आलम  है ,  तन्हा  रह  गया  'विजय' ,
क्योंकि कश्ती तो वहीँ डूबी थी, जहाँ पानी नहीं मिलता !

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